सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करने से कैसे बचे

आज के समय पढ़ाई और सफलता का जो सबसे बड़ा दुश्मन है वह सोशल मीडिया का गलत तरीके से  इस्तेमाल व दुरुपयोग है। हर  स्टुडेंट या लोग लगातार इसके एडिक्ट होते चले जा रहे हैं । और अपने समय का बहुत बड़ा हिस्सा वो सोशल मीडिया पर  दे रहे है चाहे वो  wataapp हो, instagram हो, facebook  हो, या फिर अन्य साइट इस पर वो देते चले जा रहे है । 


हर स्टूडेंट्स को देखा जाए तो वो बस यही कहेंगे की हम सोशल मीडिया का इस्तेमाल बस इसलिए करते है ताकि आसपास के हो रहे घटनाओ से अवगत रहे ,पड़ाई  कर सके ,कुछ इनफार्मेशन लेना हो तो गूगल  क माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सके ,और तो और  ऐसा होता है की उनका टाइम धीरे धीरे शिफ्ट होते हुए ज़्यादातर समये उनका चैटिंग पे ,फोटो लगाना 


लोगों को स्टैटस अपडेट करना ,रील्स देखना इन सब पर वो लगना  शुरू कर देते ,और समय कैसे बीतता है उनको अंदाज तक नहीं होता ,हालत तो इतना गंभीर हो जाता है की लोग इस  आदत का इतना ज्यादा एडिक्ट हो जाते कि  5-5 मिनट पर लोग  स्टैटस अपडेट करने लग जाते है ,कहा जा रहे ,क्या कर रहे है,किससे  मिल रहे है । 


ऊपर से वो लगातार देखते रहे है कितने लोगों ने देखा ,कितने कमेंट्स आए ,कितने लाइक आए ,और यह आदत लगातार करते करते उनके दिमाग मे एक एडिक्ट पैटर्न बनना शुरू  हो जाता है ,और फिर ये आदत  बाद मे एक खतरनाक रूप ले लेती है ,और ये आदत  ठीक वैसा ही  होता है जैसे किसी व्यक्ति को सुबह उठ के चाय पीने की आदत है ,क्यूकी  चाय मे निकोटिन  पाया जाता है 



और ये निकोटिन दिमाग को राहत प्रदान करती है ,और यदि उस इंसान को चाय ना मिले तो उसका दिन खराब होने लगता है,उसका सर दर्द सुरू हो जाता है। ठीक इसी प्रकार अगर सोशल मीडिया क आदत लगे हए इंसान सोशल मीडिया बार -बार चेक नहीं  उनको दिक्कत यानी शुरू हो जाती है,ऐसे में यह एडिक्शन आपकी पढ़ाई में  यह सबसे बड़ी बाधा बन जाता है 

अब बात करते है की इस सोशल मीडिया से  कैसे छुटकारा  पाए ,इसका सद्वप्योग कैसे कर सकते हैं 

सोशल मीडिया प्रयोग करने से पहले मैं आपको बता दूं की सोशल मीडिया बुरा नहीं है । आप इसको कैसे इस्तेमाल करते हैं यह पूरा आप पर निर्भर करता है । सोशल मीडिया  बिल्कुल पानी की तरह होता है। पानी को आप चाहे बोतल  में डालिए जग में डालिए, ग्लास में डालिए  या फिर उसको जिस भी बर्तन  में डालेंगे उसका वही रूप ले लेगा।


इसी तरह सोशल मीडिया भी  है । यदि  आपका माइंड मैचूर नहीं है  तो आप इस सोशल मीडिया के जाल में फस  करके आप अपना दिन का लगभग सारा हिस्सा इसमें दे देंगे और आपको पता भी नहीं चलेगा । सोशल मीडिया से छुटकारा पाने के लिए आपको कुछ नियम पालन करने होंगे । वह बेसिक नियम यह है कि मेच्योर माइड और इमैच्योर माइड 


मेच्योर माइड 

मेच्योर माइड  वो होता है जिसको  आपने ऊपर बहुत  ज्यादा कमांड  रहता  है । वह आराम से इसको मना कर सकता  है ,नहीं मुझे इतने टाइम तक सोशल मीडिया का इस्तेमाल  नहीं करना है वह एक सिंपल  टाइम टेबल बना लेता है और वो  अपने लिए टाइम  फिक्स कर देता  कि शाम को  5 से  6 बजे ही मुझे इस सोशल मीडिया का इस्तेमाल  करना है । 


अन्यथा  इसको इस्तेमाल  बिल्कुल भी  नहीं करना है  । और इस  नियंतरण के माध्यम से वो आसानी से इससे छुटकारा पा लेता है । पर मैं आपको बता दूं कि ऐसे  दृढ़ संकल्प वाले लोग बहुत ही कम मिलेंगे । 


इमैच्योर माइड

अब  बात करते है  इमैच्योर माइड का जब ये आदत  एडिक्शन का रूप लेले  और सोशल मीडिया के बिना रहना बहुत मुश्किल सा लगने लगे तो उस परिस्थि मे  हमे क्या करना  चाहिए । आप अपने फोन को दो हिस्से में बांटिए। एक फोन ऐसा फोन रखिए जो केवल बात करने के लिए हो । 


जो आजकल बाजारों में भी कम कीमत पर भी उपलब्ध हो जाती है। उसमें सिम डालिए और केवल बात करने के लिए रखिए। यदि आपको स्मार्टफोन ही रखना है तो कम कीमत पर RAM वाली फोन रखिए और इसकी इंटरनल मेमोरी बहुत कम होनी चाहिए, यदि रैम कम होगा तो उसे फोन में  heavy सॉफ्टवेयर जैसे व्हाट्सएप,फेसबुक चलना थोड़ा मुश्किल होगा, इस फोन का बस इस्तेमाल करिए केवल फोन उठाने का और बातचीत करने का।



अब बात करते हैं आपकी पढ़ाई लिखाई का जिसके वजह से आपने महंगा फोन ले लिया था । उसे महंगे फोन की जगह पर आप एक टैबलेट ले सकते हैं या फिर एक ऐसा फोन जिसमें आप सिम कार्ड नहीं लगाएंगे। या फिर आप सिम डालते भी हैं तो उसमें डाटा रिचार्ज नहीं करवाए। यदि आपको इंटरनेट  इस्तेमाल  करना हुआ तो आप वाई-फाई का इस्तेमाल कर सकते हैं,या फिर पहले फोन को हॉटस्पॉट ऑन करके उसे फोन से इंटरनेट इस्तेमाल करके  पढ़ाई कर  सकते हैं।


अब  इससे आपको यह फायदा होगा कि आपने जो पहले फोन ले रखा था उसमें Heavy सॉफ्टवेयर जैसे व्हाट्सएप फेसबुक यूट्यूब ज्यादा इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, और दूसरा वह फोन जिसमें आपने पढ़ाई करने के लिए एक अलग से फोन ले रखा है, उसमें यह ऐप आप डालेंगे नहीं।


 केवल और केवल  educational से जुड़ी ऐप और वेबसाइट जैसे गूगल विकिपीडिया ही  खोलेंगे ।  जिस पढ़ाई की वजह के लिए आपने यह फोन ले रखा था । ऐसा कर लेने से सबसे पहले आपका मन डिस्ट्रैक्ट होने से बच जाएगा । आपके दिमाग को एक मैसेज पहुंच जाएगा की बात करने के लिए पहले फोन  करना है और पढ़ाई लिखाई करने के लिए दूसरे फोन का इस्तेमाल करना है


तो आप इस तरह से सोशल मीडिया से अपने आप को दूरी बनाकर के रख सकते हैं। जिसके नेगेटिव असर आपके ऊपर पड़ता है। साथ ही साथ बेकार की chats groups को छोड़ने की कोशिश कीजिए। और ऐसे ग्रुप से जोड़िए जहां से आपको पढ़ाई लिखाई एजुकेशन से संबंधित आपको जानकारी प्राप्त होती हो । और इसके साथ-साथ अपने समय को सीमित करके रखिए ।



कोशिश कीजिए कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सही चीजों के लिए कीजिए । आपको मैं बता दूं कि ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे जो सोशल मीडिया का अच्छे तरीके से सदुपयोग करके आज वह बड़े-बड़े एक पदाधिकारी एक अच्छे मुकाम हासिल कर चुके हैं। यह आप पर पूरा निर्भर करता है कि नए जमाने के इस टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया का इस्तेमाल किस रूप से करते हैं। 


आप चाहे तो इसे फोन के वॉलपेपर में भी लगा सकते हैं कि मुझे केवल एक सीमित वक्त के लिए ही सोशल मीडिया उसे करना है इससे आपके दिमाग को लगातार संदेश पहुंचता रहेगा और फाइनली एक दिन आप पाएंगे कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल आपके हित में हो रहा है और आपके सारे वक्त बचेंगे और आप  एक दिन पाएंगे की कामयाब की राह पर चल चुके है ।

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