भारत की स्थिति आर्थिक बुनियाद बन चुकी है । और इसमे भारत की विकास की अपार संभावना नजर आ रही है । ये बात तो अब दूसरे देश भी मानने लग गए है । अब जिस समय चीन और जापान जैसे टॉप इकोनामी वाले दूसरे देशों का खजाना डगमगा रहा है, उसी समय भारत ने एक बहुत बड़ी बाजी मार कर दुनिया को सदमे में डाल दिया है।
हुआ कुछ यू है की हाल ही में भारत की इकोनामी और जीडीपी से जुड़ी ऐसी खबर सामने निकल कर आई है, जो की आने वाले एक दो महीने बाद इतिहास के पन्नों पर लिखी जाएगी। और ये हमारे भारत के लिए बहुत ही ज्यादा खुशी और गर्व की बात है । इस पल का इंतज़ार करोड़ों देशवासी और भारतीय कर रहे रहे थे वो पल अब आ चुका है।
वैसे भारत काफी दिनों से इंतज़ार मे था की भारत जापान को पीछे छोड़ कर दुनिया चौथे सबसे बड़े अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाए। लेकिन अब लगभग या तय हो चुका है कि भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश बनने की राह पर है। कई अर्थशास्त्रियों से बातचीत पर आधारित एक लेख में जापान टाइम्स ने यह बात कही है। जापान टाइम्स ने गुरुवार को यह लेख प्रकाशित किया है।
अब आपको जानकर हैरानी होगी कि जब हम कभी अंग्रेजों के गुलाम हुआ करते थे । आज हम उन्हीं अंग्रेजों के यानी जापान के बिजनेसेज से हमारा भारत का अर्थव्यवस्था में दुनिया में फिर अपना झंडा गाड़ने के लिए तैयार है। ब्रिटेन के बिजनेस से भारत को लगभग पांच ट्रिलियन का लाभ भारतीय अर्थव्यवस्था में होने वाला है। भारत का अब स्वर्णिम पल आने वाला है।
वैसे आपको बता दे कि किसी भी देश का अर्थव्यवस्था उस देश का ताकत दिखाने के लिए और वैश्विक स्तर पर अपना पहचान बनाने के लिए उस देश का अर्थव्यवस्था बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। किसी भी देश का अर्थव्यवस्था का मतलब यह होता है कि उस देश का उत्पादन (production),वितरण (distribution) और उपभोग (consumption) उस देश का कितना है ।
सरल भाषा में कहे तो जिस देश का इन तीनों सेक्टर में भागदारी जितना ज्यादा होगा उसे देश का अर्थव्यवस्था भी उतना ही ज्यादा होगा । हमारे भारत का अर्थव्यवस्था का मतलब हमारे देश का आर्थिक व्यवस्था से है,जिसमें यही तीनों चीज देखा जाता है कि भारत संसाधनों का कैसे उपभोग करता है ,किस तरह से उत्पादन वितरण और उपभोग करता है।
इसके साथ-साथ व्यापार और उत्पादन का उपयोग किस तरह से करता है । और पिछले कुछ सालों से भारत में कई सारी नई-नई कंपनियां सामने आई है । जिससे अलग-अलग सेक्टर में इन्वेस्टमेंट बढ़ाने के साथ हमारे देश में उत्पादन काफी ज्यादा बड़ा है। उत्पादन का एक्सपोर्ट होने से आज हम बड़े-बड़े देश से व्यापारिक साझेदारी बन चुके हैं। और पूरे देश में भारत का एक बहुत बड़ा अर्थव्यवस्था में योगदान हो रहा है।
वैसे अभी के समय बात की जाए तो भारत दुनिया के पांचवें नंबर पर सबसे बड़े अर्थव्यवस्था वाला देश है। जिसमें पहले नंबर पर अमेरिका दूसरे नंबर पर चीन तीसरे पे जर्मनी चौथ पर जापान और पांचवें नंबर पर भारत आता है । भारत की लगभग सारे बड़े-बड़े कंपनियां अपना प्रोडक्शन तेजी से बढ़ा रही है।और इस इंतजार में है कि वह जापान को पीछे छोड़कर के आगे निकल जाए।
एक अनुमान के मुताबिक यह बताया गया था कि भारत 2027 में विश्व का चौथा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश बनेगा। और जापान को पीछे छोड़ देगा। और सारे देश इसी कन्फ्यूजन में थे कि भारत 2027 मे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश बनेगा । लेकिन हाल के रिपोर्ट में "द इकोनॉमिक्स टाइम न्यूज़"से यह पता चला कि भारत को अब कुछ ही समय बाकी है विश्व का चौथा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश बनने में।
इससे जापान की तो नींद ही उड़ चुकी है कि उसका स्थान अब चौथे नंबर से हट जाएगा। आपको मैं बता दूं कि जापान की एक न्यूज़ रिपोर्ट डी जापानी टाइम्स ने को दिया कब बोला है कि जापान का स्थान अब चौथे नंबर से हटाने वाला है क्योंकि उसका स्थान अब भारत ले लेगा। जिस रफ्तार से 2024 में भारत का जीडीपी बड़ा है उसी रफ्तार से 2025 में भी भारत का जीडीपी 7% से ज्यादा ही रहने वाला है।
रिपोर्ट के मुताबिक जापान की जीडीपी 0.3% है जो कि अपने सबसे निचले पायदान पर पहुंच चुकी है। अब ऐसी हालत में जापान चाहे जितना भी जोर ताकत लगा ले उसकी जीडीपी आधे प्रतिशत भी नहीं होने वाली है और इस तरह से भारत अपना स्थान secure कर लेगा । इससे जापान को जो पीछे का रास्ता है इससे भारत का रास्ता और साफ हो गया है ।
यह है भारतीयों के लिए खुशी का पल होगा जब 2025 में सुनने को मिलेगा कि भारत फिर से सोने की चिड़िया बनेगा। अब आपको बता दे कि भारत का जीडीपी किस लेवल तक पहुंचेगी। वैसे अभी का भारत का जीडीपी 3.89 ट्रिलियन डॉलर है। लेकिन IMF के मुताबिक जब भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा आर्थिक सुपर पावर बन जाएगा तो भारत का जीडीपी लगभग 4.4 से लेकर 4.5 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा।
फिर उसके बाद हमारा मुकाबला होगा जर्मनी से।जर्मनी का जीडीपी अभी 4.7 ट्रिलियन है। और जर्मनी के जीडीपी का जो आगे बढ़ने रफ्तार है वह आधे से लेकर 1% के आसपास है। यानी कि उनकी भी रफ्तार बहुत ही ज्यादा धीमी है। ऐसे में यदि आने वाला 2 साल की अनुमान लगाया जाए तो जर्मनी की जीडीपी लगभग 4.8 ट्रिलियन डॉलर के आसपास पहुंचेगी।
भारत यदि अपने ही रफ्तार के साथ आगे बढ़ता रहा तो साल 2026 या 2027 तक बड़े आराम से जर्मनी को पीछे छोड़ देगा। जहां भारत दुनिया के तीसरी सबसे बड़े अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा।हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी यह कहा है कि भारत के पास भी ग्लोबल सुपर पावर होना चाहिए। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए ऐसा देश साथ दे रहा है
जिसके हम 200 साल तक गुलाम थे।हम बात कर रहे हैं यूके यानी ब्रिटेन देश की। ब्रिटेन के व्यवसाय भारत के लिए काफी मददगार साबित हो रही है। ब्रिटेन 5 ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा अर्थव्यवस्था में योगदान कर रहा है। यूके की लगभग 667 कंपनियां भारत में अभी काम कर रही है।आपको जानकर हैरानी होगी कि इन कंपनियों ने भारत के लोगों को लगभग 5 लाख 23 हजार से भी ज्यादा रोजगार दिए हैं।
यह कंपनी टेक्नोलॉजी,एजुकेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को काफी ज्यादा सपोर्टिव कर रही है। और आगे भी यह देश भारत को अपना अर्थव्यवस्था में अपना योगदान देती रहेगी । आपको बता दे की 2022 में इसी देश को पीछे छोड़कर पांचवी सबसे बड़े अर्थव्यवस्था वाला देश बने थे। अब वह दिन दूर नहीं जब भारत एक दिन फिर से सोने की चिड़िया बन जाएगा और हर भारत के लोगों को अपने भारतीय होने पर गर्व महसूस होगा।
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