बड़े बुजुर्ग कह गए है कि घर की असली खूबसूरती उसकी घर के चार दीवार से नही बल्कि उस घर में रहने वाले लोगो के प्रेम और स्नेह से होती है, और आपको बता दे कि जिस संदर्भ मे बात कर रहा हूं उसमे एक महिला का विषेश रूप दिया गया है। घर मे महिला ही होती है जिसके वजह से घर के माहौल को खुशनुमा ही नही बल्कि उस घर को स्वर्ग बना देती है,
आचार्य चाणक्य का भी कहना है कि एक महिला ही होती है जो घर को एक स्वर्ग जैसा अनुभव करवा सकती है,आचार्य चाणक्य कहते है कि महिलाओं के कुछ ऐसे गुण होते है जिनके कारण वो अपने घर मे ही नही अपितु जिस घर में वो बियाही जाए उस घर को भी स्वर्ग बना देती है। लड़की पड़ी लिखी हो या ना पर उसके हर क्रिया कर्म पे घर पे बहुत असर पड़ता है
शास्त्रों में कहा गया है कि पत्नी का देखभाल और समर्पण उसकी यही सबसे बड़ी ताक़त होती है, चाहे वो घर में काम करने की बात हो, बच्चो का देखभाल करना हो, या पति के लिए उसके प्रेम, यह सब चीजें होती है जो घर को खुशनुमा और घर में अच्छे माहौल बनाने में मददगार करती है और घर को स्वर्ग जैसा बनाने मे इनका पूरा योगदान रहता है, घर की महिलाओ की यही सबसे पहले आदत होती है कि परिवार की भलाई करना और उनका ख्याल रखना होता है और इसी बात को लेकर महान आचार्य चाणक्य ने बहुत सारी बातें लिखी है और हम उसके आज इस लेख के जरिए पड़ने और समझने की कोशिश करेंगे
1. सक्रतामक सोच
सक्रतामक सोच अगर आपके घर मे हो तो आपको बता दे आपके घर में कितना भी बड़ा से बड़ा मुसीबत ही क्यो न आए पर वो हल्की हो जायेगी, घर मे जब पुरुष के ऊपर कोई मुसीबत आए तो इसमें महिलाओ को आगे आके उसके मनोबल बनाए रखे और हर परिस्थिति मे हल निकालने का तरीका परिवार को प्रेरित करता है। उसका हसमुख चेहरा और समस्याओं का सामना करना ही दृढ़ विश्वास घर के माहौल को पॉजिटिव एनर्जी रखता है
महिलाओ को घर के भौतिक वस्तुओं के साथ साथ उसके सलीके से साजने से भी होती है । घर की हर पत्नी की आदत होना चाहिए कि घर की हर वस्तु को अपने उचित स्थान पर रखें। घर को साफ सुथरा रखें। और उसको सुंदर बनाए । इससे घर में मन लगा रहता है। और शास्त्रों में ये उल्लेख भी किया गया है की जहा गंदगी रहती वहा लक्ष्मी जी बिल्कुल भी नही ठहरती इसी वजह से भी घर को साफ सुथरा रखना चाहिए |और यही सब उनकी छोटी छोटी आदत घर को स्वर्ग जैसा बनाने में मदत करती हैं।
2. स्नेह और सहनशीलता
घर में एक महैला ही होती है जिनका प्रेम बिना कोई शर्त या स्वार्थ का होता है । वो अपने परिवार हर एक सदस्य को स्नेह प्रेम और उनके खुशियां के लिए हरसंभव प्रयास करते रहती है । उनकी सहनसीलता हर वो कठिन से कठिन परिस्थिति एक मजबूत आधार प्रधान कराने में सहयाता करती है
और उनकी यही आदत है जो परिवार के हर सदस्य में प्रेम और और परिवार के बंधनों को मजबूत बनाए रखती है। और यही वजह होती जहां प्रेम और स्नेह नही होती है उनके घर में निगेटिव एनर्जी आने लगती है जिससे घर घर का माहौल बिगड़ने लगता है और और वहा पे ब्रकत रुक जाति है
3.परिवार के बीच मजबूत एकता बनाए रखना
शास्त्रों में जिक्र करा गया है कि इक महिला चाहे तो घर स्वर्ग या नर्क बना सकती है । वो पत्नी ही होती है जो कि घर के हर सदस्य में आपसी प्रेम और संतुलन बनाने में एक सफल योद्धा साबित हो पाती है। घर की पत्नी की महिलाओ की आदत होना चाहिए कि वो सब की भावनाओ समझे और उनकी सम्मान करे इसके साथ साथ सभी के बीच प्रेम और सामंजस्य बरकरार रखे। ये सब बहुत ही महत्पूर्ण वजह होती है जो घर को स्वर्ग मेतब्दील कर देता है
4. बच्चों को देखभाल करना
कहा जाता है की पौधा तभी अच्छा उगता है जब उसकी बीज अच्छी हो। ठीक उसी तरह ये बात हम इंसानों पे भी लागू होता है। घर में एक मां ही होती है जिनके सिखाए गए संस्कार शिक्षा उनकी जड़े मजबूत करती है । इसी लिए घर की हर महिलाओं को भी यह भूमिका होनी चाहिए कि घर के बच्चो को अच्छे संस्कार मिले ताकि घर परिवार की इज्जत बड़े और और घर हमेशा खुशहाल रहे
5. पति का साथ देना
अक्सर कई बार ऐसा देखा गया है जब पति जॉब कर के घर लौटे और उसको कोई टेंशन हो रही हो या जॉब की प्रेशर आ गई हो या उनके ऊपर कोई ऐसी मुसीबत आ जाय जिससे वो आपने आप कमजोर महसूस करे
तो ऐसे परिस्थिति में पत्नी को चाहिए होता है कि बैठ के बात करे आपने पति को पोस्टिव रखे। उनको मुसीबत से निकलने की उपाय बताए जिससे वो अपने आप को मजबूत महसूस करे और अपने आप को अकेला ना समझे इससे उनका सहयता मिलेगी और घर में आने वाले मुसीबत को टलने की संभावना अधिक से अधिक रहेगी
6. समय से देखरेख
घर की पत्नी अपने परिवार के लिए हर वक्त मजबूत रहती है। घर में अपने परिवार के लिए एक महिला को उनका ख्याल रखना, और इसके साथ साथ घर के अन्य कामों को संतुलित करना और साथ ही सबको समय देना। उनकी यही आदत होती है जो घर में पॉजिटिव एनर्जी लाने के साथ साथ घर के माहौल को खुशनुमा बनाए रखती है
7. प्रेम
घर मे पत्नी की मुस्कान घर के पूरे माहौल को बदल रखती है। उसकी हर छोटी से छोटी बाते और परिवार के हर सदस्य के प्रति प्रेम स्नेह घर को स्वर्ग बना के रख देती है । उनका सलीनता, समझदारी, प्रेम और उसका हंसमुख चेहरा पूरे परिवार के सदस्य खुशहाल बना के रख देती है ।
8. कोमल ह्रदय
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, थोड़ी सी गलती पे उनके आंख से आंसू झलक जाते है और वो रो पड़ती है। आपको बता दे कि अक्सर ऐसी महिलाएं बेहद कोमल और नाजुक ह्रदय वाली होती है। इनमे ममता की नदिया बहती है। इनके अंदर स्नेह भरपूर मात्रा में होती है ।
ये किसी का भी दुख दर्द नहीं झेल पाती हैं । ऐसे मे घर के पुरुषो का भी पूरा हक बनता है उनकी आदर सम्मान और प्यार करे। तभी घर आगे बढ़ पाएगा, घर में खुशीहाल रहेगी, और आपका घर एक स्वर्ग जैसा बन जायेगा । क्योंकि घर को स्वर्ग बनाने के लिऐ घर के महिलाओं को सम्मान करना उनकी इज्जत करना बहुत जरूरी होता है। घर के महिलाओं को बिना सम्मान दिए हुए घर को स्वर्ग बनाना ये असंभव है






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