आपकी बेटी एक सेक्स रैकेट में में पकड़ी गई..आगरा में एक फर्जी कॉल ने मां की जान ले ली
आगरा में एक बेहद दुखद और चौंका देने वाली घटना सामने आई है जब साइबर ठगी का शिकार हुई एक शिक्षिका को सदमे से हार्ट अटैक के कारण से मौत हो गई। यह घटना 30 सितंबर को घटित हुई,जब 58 वर्षीय मालती वर्मा के मोबाइल पर एक फेक वॉट्सएप कॉल आया था
Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा से एक बहुत ही गंभीर दुखद और हैरान कर देने वाला सामने आया है,जब एक महिला किसी सरकारी स्कूल के टीचर मालती वर्मा रोज की तरह क्लास लेने गई थी, तभी उनके फोन पे एक वाट्सएप कॉल आता है- मै पुलिस थाना से इंस्पेक्टर बोल रहा हूं,आप मेरी बात को ध्यान सुनिए, आपकी बेटी सेक्स रैकेट में गलत काम करते हुऐ पकड़ी गई है, और वो अभी पुलिस के हिरासत मे है, अगर उसे छुड़वाना है तो आप 15 मिनट के अंदर अंदर में बस 1 लाख रूपए भेज दो,तो उसके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया जायेगा,और उसे छोड़ दिया जायेगा,ओर अगर पैसा नही भेजोगे तो उसका वीडियो वायरल कर देंगे,आरोपी ने मम्मी मुझे बचा लो की फर्जी आवाज भी सुनवाई थी।
बस अब बेटी के सेक्स रैकेट में फसने की बात सुनते ही महिला टीचर मालती वर्मा दहशत में आ गईं, मालती वर्मा तुरंत अपने बेटे से बात की, बेटे को लगने लगा की ये कोई फ्रॉड कॉल हैं, वो अपने मम्मी को समझाया की मम्मी ये कोई धोखाधड़ी का कॉल होगा,फिर भी मालती सदमे आ गई थीं,और ये सदमा उन्हे बर्दाश्त नही हुआ और चार घंटे बाद उनको दिल का दौरा पड़ा और फिर उनकी मृत्यु हो गई।
साइबर ठगी का शिकार बनी शिक्षिका की दुखद मौत
आगरा के राजकीय कन्या जूनियर हाई स्कूल अजमेर में मालती वर्मा शिक्षिका थी उन्हें एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर कॉल आता है, कॉल करने वाला खुद को पुलिस अधिकारी बताता है और व्हाट्सएप के डीपी पर पुलिस अधिकारी की डीपी भी लगा रखी थी, उसने मालती वर्मा को बताया कि आपकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है और गलत काम करते हुए उसकी वीडियो बना ली गई है
अगर आपको अपनी बेटी को बचाना है तो 15 मिनट के अंदर अंदर में एक लाख रुपए अकाउंट में भेजो वरना इसे अरेस्ट कर लिया जाएगा और वीडियो वायरल कर दी जाएगी, यह झूठी खबर मालती वर्मा को इतनी भयानक लगी की आनंद आनंद में अपने बेटे दिव्यांशु से एक लाख रुपए भेजने के लिए बोला, दिव्यांशु को लगा कि यह कोई फ्रॉड कॉल होगा लेकिन मालती वर्मा इतनी दहशत में आ चुकी थी कि अपने बेटे की बात को सुनाने तक के लिए तैयार नहीं थी।
फर्जी व्हाट्सएप कॉल के जरिए शुरू हुआ था मानसिक तनाव
मृतका के बेटे के मुताबिक मां ने उसे इस घटना के बारे में बताया कि आरोपियों ने 15 लाख रुपए का डिमांड की थी और नहीं देने पर उसकी बेटी को जेल भेज दिया जाएगा और वीडियो वायरल कर दी जाएगी, मालती वर्मा पूरी तरह से डिप्रेशन और सदमे में आ गई थी, जालसाजों ने उनके व्हाट्सएप पर आठ कॉल लगातार किए गए थे, दिव्यांशु जो समझ चुका था कि यह एक फर्जी कॉल है, क्योंकि फोन का कोड +92 से जो कि पाकिस्तान का है,
दिव्यांशी अपनी मां को समझने की बहुत कोशिश किया था कि उनकी बेटी वंशिका पूरी तरह से सेफ और सुरक्षित है, दिव्यांशु अपनी बहन से फोन कर के संपर्क भी किया था जो आगरा के कॉलेज में बी. फार्मा कर रही है और उसने वीडियो कॉल के जरिए अपनी बहन से बात भी किया और उसने अपनी मम्मी को बताया कि वह कॉलेज में पूरी तरह से सुरक्षित है। पर इसके बावजूद भी मालती वर्मा मानसिक तनाव से उभर नहीं पाई और उन्हें लगातार चिंता बढ़ती गई।
सदमे से उबर नहीं पाईं मालती
मालती वर्मा आनन फानन किसी भी तरह वो अपने घर पहुंची और उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी, उनका बेटा उन्हें समझाने की बहुत कोशिश की थी उसकी बहन कॉलेज में है और वह पढ़ाई कर रही है, पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी वह अपने आप को संभाल नहीं पाई और उनके सीने में दर्द की शिकायत बताने लगी,
तभी उनका बेटा दिव्यांशु, पति शिवचरण सिंह,और बहुत रेखा तुरंत आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया इसके बाद पूरा परिवार सदमा में है।आगरा के एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि 30 सितंबर को घटित हुआ है,इस मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे फ्रॉड कॉल और जालसाजों हमेशा सतर्क रहें
डिजिटल चंगुल में फांसी जब एक महिला शिक्षिका की मौत हो जाती है तब पुलिस को पता चलती है तो उनके घर पहुंच कर छानबिन शुरू करती है और सारी जानकारियां प्राप्त करती है,पुलिस के मुताबिक मालती वर्मा के मोबाइल पर करीब आठ कॉल आए हुए थे और उनकी कॉल्स की सारी डिटेल निकाली जा रही है,आगरा के लोहा मंडी एसीपी मयंक तिवारी कहते हैं कि ऐसे मामले जो डिजिटल दुनिया में लगातार फ्रॉड हो रहे हैं वह दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं,
इस घटना को केवल हम और आप मिलकर जागरूक और सतर्क रह कर ही इस घटना को कम किया जा सकता है,जालसाजों के नए-नए तरीके से खुद को और अपने परिवारों को डिजिटल दुनिया में सतर्क रहना होगा,एक बात को आप जरूर ध्यान रखिए की जालसाज ठगी करने में तभी सफल हो पाते हैं जब कोई इंसान उसमें अपनी नासमझ के कारण से फसता है,इस तरह के हर संदिग और गतिविधियों से बचे,डिजिटल दुनिया को अपनी प्राथमिकता बनाएं,साइबर अपराधों से लड़ाई में आपकी सतर्कता ही आपका सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकता है
आज डिजिटल युग ने जहां हमारी जीवन को सरल बनाया है वहीं कुछ अपराधियों ने इन्हे गलत इस्तेमाल करके इसे खतरनाक साबित भी किया है,यह घटना दिखती है कि कैसे-कैसे धोखेबाज निर्दोष और मासूम लोगों के भावनाओं के साथ खेलकर उनके जीवन को प्रभावित करते हैं, इस तरह के घटनाओं और परिस्थितियों से बचने के लिए हमें खुद को जागरूक और मानसिक रूप से मजबूत करना होगा,डिजिटल हरासमेंट और न जाने ऐसी कई जूठे ब्लैकमेल के कारण कई लोगों की जान चली गई होगी,इससे हमें सतर्क रहने की जरूरत है
कई बार डिजिटल फ्रॉड के करण भी कई बार लोग पैसे की लालच में आकर जीवन भर की कमाई खो देते हैं,और फिर बाद में पछताने लगते हैं,आपको बता दे की, यदि जब भी आपको ऐसा कॉल मैसेज या कोई लिंक भेजता हो तो सबसे पहले आप अपने आप को होश में रखे और सतर्क रहें, क्योंकि आपकी छोटी सी गलती और एक क्लिक के कारण आपका जीवन प्रभावित हो सकता है,और अगर आपको समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करे तो परिवार में किसी सदस्य की मदद ले, हड़बड़ी में कोई भी कम उठाने से पहले अच्छे से जांच पड़ताल करे।







0 Comments