आपने अक्सर बड़े बुजुर्गों को ये कहते जरुर सुना होगा कि दिवाली की रात घर के सारे दरवाजे को खुला छोड़ देना चाहिए जबकि आजकल के कुछ लोग दिमाग लगाते है और कहते है कि ऐसे में तो चोर भी घर में घुस सकता है,लेकिन आज भी गांवों में ऐसी परंपरा मानी जाती है,और आज हम इस लेख के माध्यम से पढ़ने की कोशिश करेंगे कि आखिर दिवाली की रात गेट खुलने के पीछे क्या रहस्य है
दिवाली की रात घर का गेट खोले रहने का रहस्य पौराणिक कथा में छिपी हुई है,आपको बता दे की कार्तिक मास के अमावस्या रात को हर साल दिवाली धूमधाम से मनाई जाती है,इस दिन हर लोग अपने घरों में दीप दिए जला करके हर कोना जगमगा देते हैं,आजकल शहरों में ही नहीं बल्कि गांव में भी लाइट और बल्ब लगाकर अपने घर को पूरा सजा देते हैं,प्राचीन काल में भी लोग ऐसे ही दिए जला करके दिवाली के उत्सव को मनाया करते थे,
शास्त्रों के अनुसार
एक दिन मा लक्ष्मी ने सोचा कि क्यों न मैं धरती पर जाकर देखूं कि कैसे लोग दिवाली का उत्सव मनाते हैं,ऐसा विचार करके जब मां लक्ष्मी आधी रात को पृथ्वीलोक पर आई तो मां लक्ष्मी ने देखा कि सभी लोगों के घरों में दीप दिए जल तो रहे हैं,परंतु किसी के भी घर के दरवाजे खुले नहीं है,मां लक्ष्मी ने उस गांव के पूरे घरों को घूम लिया लेकिन किसी का भी घर का दरवाजा खुला हुआ नहीं मिल पाया,तभी अचानक से मां लक्ष्मी की नजर एक घर पर पड़ती है जिसका घर का दरवाजा खुला हुआ था और उस घर में एक बुढ़िया थी जो कोई काम करने में व्यस्त थी
मां लक्ष्मी भी साधारण स्त्री का वेश धारण करके उस बुढ़िया के घर पहुंची और कहा कि माता जी मैं रात को यही विश्राम करना चाहती हूँ,क्योंकि मैं अंधेरी रात में रास्ता भटक गई हूं,इसलिए मुझे बस रातभर ठहराने की जगह दे दीजिये,मैं आपकी बहुत आभारी रहूंगी यह सुनते ही बुढ़िया को उस स्त्री पे माया आ गया,और कहा कि बेटा कुछ खा लो आज दिवाली का त्यौहार है और मैं अपने हाथों से पकवान बनाई हु,तुम खा पी करके आराम करो और थोड़ी बहुत बची हुई काम है ,उसको मैं पूरा कर लेती हूं
महालक्ष्मी आराम करने लग गई और बुढ़िया अपने काम में फिर से व्यस्त हो गई,जैसे ही वह बुढ़िया काम करने गई कुछ देर के बाद वह वहीं पर थक करके सो गई,लेकिन जैसे ही बुढ़िया काम करने के बाद सोई उसके बाद मां लक्ष्मी उठकर के वहां से चली गई,महालक्ष्मी तो बस देखने के लिए आई थी की भक्त कैसा व्यवहार करते हैं दूसरों से,
जब बुढिया सुबह उठी तो वह बहुत आश्चर्य हो चुकी थी उसके आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था उसने देखा कि उसका घर एक बड़ा महल में बदल चुका है,उसके घर में चारों तरफ नौकर चाकर लगे हुए हैं,उसने अच्छे वस्त्र पहने हुए हैं,उसे ये देखते ही आभास हो गया कि जो स्त्री कल रात उसके घर ठहरी थी वह कोई साधारण स्त्री नहीं बल्कि स्वयं मां लक्ष्मी उसके यहां पधारी थी
बुढ़िया ने मां लक्ष्मी को मन ही मन प्रणाम किया और तभी पूरी कहानी अपने पास पड़ोस और पूरे गांव वालों को कहानी सुनाई,बुढ़िया की बातों पर गांव के लोगों को किसी को भी यकीन नहीं हो रहा था लेकिन फिर भी उस बुढ़िया को रातों-रात अमीर बनते देखा तो थोड़ी बहुत उस गांव के लोगों को भी यकीन होने लग गया कि कुछ हो या ना हो लेकिन मां लक्ष्मी की ही कृपा हो सकती है
तभी से उस उस गांव ही नहीं,बलकि पूरे देश दुनिया भर में ये मान्यता हो गई दिवाली की रात घर का दरवाजा खुला रखने से मां लक्ष्मी स्वयं घर में पधारती है और ये पता लगाती हैं कि कौन सा भक्त उनकी कैसे उपनसना कर रहा है,अगर दिवाली के दिन मां लक्ष्मी का कोई पार्ट करता हैं तो उसके घर में मां लक्ष्मी विराजमान करती है और उसके घर में कभी भी धन संपत्ति की कमी नहीं होती है और ना ही कोई कष्ट दुख उसके घर आता है
आप जब भी घर में दरवाजा बनवाए तो वास्तु शास्त्र का जरूर ध्यान रखें
आजकल शहरों में जैसे एक पल्ले का दरवाजा का चलन आ रहा है वह वास्तु शास्त्र के अनुसार ठीक नहीं है दरवाजा हमेशा गांव में जैसे दो पल्ले के होते हैं ठीक उसी तरह बनवाना चाहिए,अगर आपके घर में मुख्य द्वार या प्रवेश द्वार दो से ज्यादा हो तो इस शुभ नहीं माना जाता,मुख्य प्रवेश द्वार एक ही होना चाहिए,और साथ ही दरवाजे की जगह साफ सुथरा होनी चाहिए
दरवाजा के सामने कोई खंबा नहीं होना चाहिए,दरवाजा खोलते समय किसी भी तरह से आवाज नहीं आनी चाहिए और आपको इस बात की जरूर ध्यान रखनी चाहिए कि दरवाजा हमेशा अंदर के ही तरफ खोलें,नहीं तो इससे मां लक्ष्मी रूठ जाती है
वक्त के साथ-साथ शहरों में इसका प्रचलन भी धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहा है दिवाली की रात लोग रात में जुआ खेलते हैं,और इसको एक रीति रिवाज मानते हैं,जबकि असली मान्यता यह है कि इस दिन आपको भूल कर भी पैसा खर्च नहीं करना चाहिए पैसा खर्च करने से बचना चाहिए वरना इससे महालक्ष्मी रूठ जाती है
शहरों में लोग ये सोचते हैं कि अगर दरवाजा खुला छोड़ दिया तो चोर घर में घुस जाएंगे लेकिन अगर आप उस रात जगते हैं और पूरी रात बैठ कर मा लक्षमी की मंत्रों का पूजा करते हैं या करवाते हैं तो आप बहुत जल्द लखपति या करोड़पती बन सकते हैं
देश के कई अमीर लोग दिवाली पर हिंदू धर्म के रीति रिवाज के अनुसार काम करते हैं यही वजह है कि उनकी तिजोरी कभी खाली नहीं होती आजकर लोगों में पूजा पाठ और धर्म के प्रती रुचि कम होता जा रहा है लोग खुद को तेज तर्रार समझने लगे हैं
शहरों में रहकर अच्छी कमाई कर रहे हैं लेकिन उससे ज़ादा उनका खर्च बढ़ रहा है,ऐसा कहा जाता कि जब मा लक्ष्मी नाराज होती हैं तो आप चाहे कितना भी कमा लें आपके घर मा लक्ष्मी का वास नहीं हो सकता आपने देखा होगा कि आपसे कम कमाने वाले खुश हैं जबकि आप जायदा कमा कर भी कंगाली की हालत में और दुख भरे कष्ट में हैं
इसकी वजह यही वो छोटी मोटी गलतियां हैं जिसकी वजह से आपको जिन्दिगी में कई नुकसान उठाने पड़ते हैं।साल में एक बार दिवाली आती है,कार्तिक मास की अमावस को अगर आप पूरी रात जग करके पूजा करते हैं और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं तो पौराणिक शास्त्रों इस बात का गवाही देता है कि आपके जीवन में कभी भी धन से जुड़ी कोई समस्या या परेशानी नहीं आएगी
वैसे आपको बता दूं ,कि ऐसी पूजा करने से पहले नियम के मुताबिक आपको ऐसे आचरण भी करना पड़ेगा, मां लक्ष्मी की पूजा पाठ करने के बाद एवं उपवास रखने के बाद दूसरे दिन ही अन्न ग्रहण करें। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह कहा जाता है कि उपवास से केवल शरीर का ही शुद्धिकरण नहीं होता बल्कि देवता भी खुश होते हैं। मां लक्ष्मी की कृपा से तो व्यक्ति रंक से राजा और राजा से रंक बन जाता है,इसीलिए हर व्यक्ति को दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए।
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